26 November 2025 Ka Panchang:बुधवार का पंचांग देखे rashifal today पर

जानें 26 नवंबर 2025, बुधवार का विस्तृत पंचांग। आज की तिथि, नक्षत्र, योग, शुभ मुहूर्त, राहुकाल, चंद्र व सूर्य राशि की पूरी जानकारी प्राप्त करें।

Published On 2025-11-25 09:10 GMT   |   Update On 2025-11-25 09:10 GMT

आज का पंचांग – 26 नवंबर 2025 (बुधवार)

26 नवंबर 2025 का दिन हिंदू कैलेंडर के अनुसार शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को समर्पित है। यह दिन भगवान गणेश की पूजा के लिए शुभ माना गया है। आइए जानते हैं इस दिन के सूर्योदय, शुभ मुहूर्त, राहुकाल, नक्षत्र, योग और अन्य विवरण।

पंचांग विवरण

दिनांक: 26 नवंबर 2025

दिन: बुधवार

विक्रम संवत: 2082

शक संवत: 1947

मास: मार्गशीर्ष (आग्रहायण)

पक्ष: शुक्ल पक्ष

ऋतु: हेमंत ऋतु


सूर्योदय और सूर्यास्त

सूर्योदय: सुबह 6:52 बजे

सूर्यास्त: शाम 5:36 बजे

चंद्रोदय: 11:36 AM

चंद्रास्त: 10:47 PM


तिथि और नक्षत्र

षष्ठी तिथि प्रारंभ: 25 नवंबर रात 10:57 बजे से

सप्तमी तिथि प्रारंभ: 27 नवंबर रात 12:02 बजे से

नक्षत्र: श्रवण (25 नवंबर रात 11:57 बजे से 27 नवंबर रात 1:32 बजे तक)


योग और करण

योग: वृधि योग – 25 नवंबर दोपहर 12:49 से 26 नवंबर दोपहर 12:42 तक

ध्रुव योग – 26 नवंबर दोपहर 12:42 से 27 नवंबर दोपहर 12:09 तक

करण: कौलव – 25 नवंबर रात 10:57 बजे से 26 नवंबर 11:34 AM तक

तैतिल – 26 नवंबर 11:34 AM से 27 नवंबर 12:02 AM तक

ग्रह स्थिति

सूर्य राशि: वृश्चिक (Scorpio)

चंद्र राशि: मकर (Capricorn)

अशुभ काल

राहु काल: 12:14 PM – 1:34 PM

यमगंड काल: 8:12 AM – 9:33 AM

गुलिक काल: 10:53 AM – 12:14 PM

वर्ज्य काल: 5:42 AM – 7:22 AM

इन कालों में शुभ कार्य करने से बचना चाहिए।

शुभ मुहूर्त

अमृत काल: 2:26 PM – 4:09 PM

ब्रह्म मुहूर्त: 5:16 AM – 6:04 AM

अभिजित मुहूर्त: इस दिन उपलब्ध नहीं

इन समयों में पूजा, यात्रा, या नया कार्य आरंभ करना फलदायक रहेगा।

आज का महत्व

बुधवार का दिन भगवान गणेश की आराधना के लिए समर्पित माना जाता है। इस दिन व्रत रखना और गणेश जी का पूजन करने से सभी प्रकार की बाधाओं का नाश होता है।

शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि होने के कारण यह दिन देवी पूजन, संतान प्राप्ति और शुभ कार्यों के लिए अत्यंत उत्तम है।

26 नवंबर 2025 का दिन धार्मिक दृष्टि से शुभ रहेगा। शुभ मुहूर्त में किए गए कार्य सिद्धि प्रदान करेंगे, जबकि राहुकाल और यमगंड काल में किसी भी महत्वपूर्ण कार्य से परहेज़ करना चाहिए।

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