18 Dec 2025 Panchang: 18 दिसंबर 2025 का पंचांग | आज का शुभ मुहूर्त, राहुकाल, तिथि, नक्षत्र और शिवरात्रि महत्व

18 December 2025 Panchang in Hindi – 18 दिसंबर 2025 का पंचांग हिंदी में पढ़ें। जानें आज की तिथि, नक्षत्र, योग, करण, शुभ मुहूर्त, राहुकाल, सूर्योदय-सूर्यास्त का समय और मासिक शिवरात्रि का धार्मिक महत्व। पूजा-पाठ, व्रत और दान के लिए आज का दिन कितना शुभ है, पूरी जानकारी यहाँ पाएं।

Published On 2025-12-15 15:35 GMT   |   Update On 2025-12-15 15:35 GMT

18 दिसंबर 2025 का पंचांग: शुभ मुहूर्त, राहुकाल, तिथि, नक्षत्र और आज का धार्मिक महत्व

18 दिसंबर 2025, गुरुवार का दिन धार्मिक, ज्योतिषीय और आध्यात्मिक दृष्टि से विशेष महत्व रखता है।

पौष मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि, शुभ नक्षत्रों का संयोग और गुरुवार का पावन प्रभाव इस दिन को पूजा-पाठ, व्रत, दान और साधना के लिए अत्यंत शुभ बनाता है।

इस दिन मासिक शिवरात्रि का विशेष योग भी बन रहा है, जिससे भगवान शिव की आराधना का फल कई गुना बढ़ जाता है। सही समय पर किए गए धार्मिक कार्य जीवन में सुख, शांति और सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करते हैं।

आइए जानते हैं 18 दिसंबर 2025 के पंचांग की संपूर्ण जानकारी।

दिन, मास और सूर्योदय–सूर्यास्त

दिन: गुरुवार

मास: पौष मास (कृष्ण पक्ष)

विक्रम संवत: 2082

ऋतु: हेमंत ऋतु

सूर्योदय: प्रातः 07:08 बजे

सूर्यास्त: सायं 05:40 बजे

सूर्य राशि: धनु

तिथि, चंद्र राशि और नक्षत्र

तिथि

कृष्ण पक्ष चतुर्दशी

यह तिथि भगवान शिव की पूजा और शिवरात्रि व्रत के लिए अत्यंत शुभ मानी जाती है।

चंद्र राशि

दिन भर: वृश्चिक राशि

नक्षत्र

दिन में: अनुराधा नक्षत्र

रात्रि के बाद: ज्येष्ठा नक्षत्र

यह नक्षत्र संयोजन साहस, आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता को मजबूत करता है।

योग और करण

योग

धृति योग : दिन के अधिकांश समय

इसके बाद शूल योग

धृति योग स्थिरता और सफलता प्रदान करता है, जबकि शूल योग में संयम आवश्यक माना जाता है।

करण

विष्टि करण

शकुनि करण


18 दिसंबर 2025 के शुभ मुहूर्त

अभिजीत मुहूर्त

12:09 PM – 12:55 PM

अशुभ मुहूर्त

राहुकाल

01:55 PM – 03:17 PM

अन्य अशुभ समय

यमगण्ड काल: 07:08 AM – 08:30 AM

गुलिक काल: 09:51 AM – 11:12 AM

आज का धार्मिक महत्व

आज मासिक शिवरात्रि होने के कारण भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व है।

शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र और धतूरा अर्पित करने से रोग, भय और मानसिक तनाव दूर होते हैं।

गुरुवार के दिन भगवान विष्णु और बृहस्पति देव की पूजा भी शुभ फल प्रदान करती है।

व्रत, जप और दान से जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं।

18 दिसंबर 2025 के उपाय और सुझाव

सुबह स्नान के बाद शिव पूजन करें

“ॐ नमः शिवाय” मंत्र का 108 बार जप करें

शिवलिंग पर बेलपत्र और जल अर्पित करें

जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र या पीली वस्तुओं का दान करें

राहुकाल में कोई नया कार्य शुरू न करें


18 दिसंबर 2025 का दिन शिव भक्ति, आत्मिक शुद्धि और आध्यात्मिक उन्नति के लिए अत्यंत शुभ है।

चतुर्दशी तिथि, मासिक शिवरात्रि और शुभ योग इस दिन को पूजा-पाठ, व्रत और दान के लिए विशेष बनाते हैं।

सही मुहूर्त में किए गए धार्मिक कर्म जीवन में सुख, शांति और सफलता का मार्ग प्रशस्त करते हैं।

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