Panchang 12 December 2025: राहुकाल से लेकर अभिजीत मुहूर्त तक—आज क्या कहता है आपका दिन?

Panchang 12 December 2025:12 दिसंबर 2025 का दैनिक पंचांग जानें—आज की तिथि, नक्षत्र, चंद्र राशि, शुभ मुहूर्त, राहुकाल और धार्मिक महत्व। पूजा, दान और नए कार्यों के लिए कौन सा समय सबसे अनुकूल है, इसका विस्तृत और सटीक विवरण। आपका दिन कैसे बीतेगा? पढ़ें पूरा ज्योतिषीय मार्गदर्शन।

Published On 2025-12-06 14:49 GMT   |   Update On 2025-12-06 14:49 GMT

12 दिसंबर 2025 पंचांग: शुभ मुहूर्त, राहुकाल, तिथि और नक्षत्र

12 दिसंबर 2025, गुरुवार का दिन धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से महत्वपूर्ण है। पौष मास की कृष्ण पक्ष सप्तमी तिथि और पूर्वाह्न आश्लेषा-मघा नक्षत्र के कारण आज का दिन पूजा, दान और नए कार्यों के लिए अनुकूल माना गया है।

दिन, मास और सूर्योदय-सूर्यास्त

दिन: गुरुवार

मास: पौष मास (कृष्ण पक्ष)

विक्रम संवत: 2082

ऋतु: हेमंत 

सूर्योदय: 07:02 AM

सूर्यास्त: 05:38 PM

सूर्य राशि: वृश्चिक

तिथि, चंद्र राशि और नक्षत्र

तिथि: सुबह तक — कृष्ण पक्ष सप्तमी, दोपहर बाद — अष्टमी

चंद्र राशि: सुबह तक — कर्क, दोपहर बाद — सिंह

नक्षत्र: सुबह तक — आश्लेषा, दोपहर बाद — मघा

योग और करण

योग: सुबह/दोपहर तक — वैधृति योग, दोपहर बाद — विश्कम्भ योग

करण: सुबह/दोपहर तक — वणिज करण, उसके बाद — विष्ठि करण

आज के शुभ मुहूर्त

अभिजीत मुहूर्त: 11:32 AM – 12:14 PM

ब्रह्म मुहूर्त: 05:27 AM – 06:15 AM

अमृत काल: 12:20 AM – 01:57 AM

ये समय पूजा, जप, दान और नए कार्यों के लिए सर्वोत्तम माने जाते हैं।

अशुभ मुहूर्त

राहु काल: 12:21 PM – 01:41 PM

गुलिक काल: 10:48 AM – 12:10 PM

यमगण्ड काल: 08:02 AM – 09:25 AM

इन समयों में यात्रा, नए कार्य या निवेश से बचना चाहिए।

व्रत, त्योहार और धार्मिक महत्व

भगवान शिव और विष्णु की पूजा

दान और धार्मिक कार्य

पीली वस्तुओं का दान

पूजा और जप

आज का दिन विशेष रूप से दान, पूजा और पुण्य कार्य के लिए बहुत शुभ है।

उपाय और सुझाव

शुभ मुहूर्त में पूजा-पाठ और दान करें।

राहु काल में कोई नया काम या यात्रा न करें।

भगवान शिव का अभिषेक करें।

विष्णु भगवान को पीले पुष्प अर्पित करें।

जरूरतमंदों को भोजन या पीली वस्तुएँ दान में दें।

12 दिसंबर 2025 का दिन धार्मिक क्रियाओं, पूजा और दान के लिए अत्यंत शुभ है।

अभिजीत और ब्रह्म मुहूर्त में किए गए कार्य विशेष फलदायी होंगे।

राहु काल, गुलिक काल और यमगण्ड काल से बचकर किया गया कार्य सफलता और समृद्धि देगा।

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