दक्षिण दिशा में न लगाएं ये पौधे | वास्तु टिप्स 2025
जानें किन पौधों को दक्षिण दिशा में लगाने से बचना चाहिए। मनी प्लांट, तुलसी, केले और शमी के नुकसान और वास्तु उपाय जानें।

घर की दक्षिण दिशा में भूलकर भी न लगाएं ये पौधे
वास्तु दोष बढ़ेगा, धन और सुख पर पड़ सकता है असर
वास्तु शास्त्र में पौधों का विशेष महत्व बताया गया है। सही दिशा में पौधे लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है, जबकि गलत दिशा में पौधे लगाने से न सिर्फ वास्तु दोष बढ़ता है बल्कि धन की कमी, तनाव और परेशानियां भी बढ़ सकती हैं। खासकर दक्षिण दिशा, जिसे अग्नि और कठोर ऊर्जा की दिशा माना गया है, कई पौधों के लिए अशुभ मानी जाती है। आइए जानते हैं किन पौधों को दक्षिण दिशा में लगाने से बचना चाहिए।
मनी प्लांट दक्षिण दिशा में न लगाएं
वास्तु के मुताबिक मनी प्लांट को दक्षिण दिशा में लगाने से फायदे की जगह नुकसान हो सकता है। यह दिशा अग्नि तत्व वाली है, इसलिए यहां मनी प्लांट रखने से फिजूल खर्चे बढ़ सकते हैं। घर में आपसी तनाव भी बढ़ने लगता है और आर्थिक स्थिति कमजोर होती है। इसलिए इसे पूर्व, उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है।
केले का पौधा दक्षिण में लगाने से आएगी बाधा
केले का पौधा भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का प्रिय माना जाता है, लेकिन वास्तु के अनुसार इसे दक्षिण दिशा में नहीं लगाना चाहिए। यहां लगाने से इसके सकारात्मक प्रभाव खत्म होते हैं और देवी-देवताओं की कृपा भी कम हो सकती है। केले का पौधा हमेशा घर के बाहर या बालकनी में उत्तर या पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना गया है।
तुलसी का पौधा दक्षिण दिशा में अशुभ
तुलसी को सबसे पवित्र पौधों में माना जाता है, लेकिन इसे दक्षिण दिशा में रखने से घर में नकारात्मकता बढ़ सकती है। दक्षिण दिशा पितरों और यम की दिशा मानी जाती है, जो कठोर ऊर्जा वाली होती है। यहां तुलसी लगाने से धन की कमी, तनाव और मां लक्ष्मी की नाराजगी का खतरा बढ़ जाता है। तुलसी हमेशा उत्तर, पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में ही लगानी चाहिए।
शमी का पौधा दक्षिण दिशा के लिए उपयुक्त नहीं
शमी का पौधा शनि देव से जुड़ा हुआ माना जाता है और इसका सही स्थान बेहद महत्वपूर्ण है। इसे दक्षिण दिशा में लगाने से शनि देव रुष्ट हो सकते हैं। शमी को रखने के लिए ईशान कोण (उत्तर-पूर्व) या पूर्व दिशा को सर्वश्रेष्ठ माना गया है। यहां रखने से कर्म में सुधार और सकारात्मक परिणाम मिलते हैं।

