जानें कैसी औरत ससुराल और मायके वालों की कराती हैं दुर्गति, क्या आप भी हैं इनमें शामिल

जीवन का आनंद सभी स्त्री और पुरुष लेना चाहते हैं, लेकिन कई बार पुर्नजन्म और भाग्य के कारण हमारे संस्कार किसी ऐसे पार्टनर (जीवनसाथी) के साथ जुड़ जाते हैं, जिसमें साथ हम लोग खुशी से दो चार पल भी नहीं गुजार पाते हैं। परंतु लोकलाज और अन्य कई कारणों से हमें पूरा जीवन उसी पार्टनर के साथ गुजारना पड़ता है।
वहीं, कुछ महिलाएं ऐसी होती हैं जोअपने पति और पिता के परिवार के लोगों के बीच सामंजस्य नहीं बैठता पाती हैं और परेशानियों को अनायास ही जन्म देती रहती हैं। साथ ही पति के साथ कुछ महिलाएं तो ऐसे पेश आती हैं, जैसे की लोग अपने शत्रु के साथ पेश आता है।
अकसर देखा जाता है कि कुछ लोग रोजमर्रा की जरुरतें पूरा करने के लिए नौकरी आदि पर निर्भर रहते हैं और ऐसे में जब वे लोग ऑफिस में बॉस अथवा काम के बोझ के तले दबे रहते हैं तो उन्हें प्यार के कुछ पल चाहिए होते हैं, लेकिन उनके घर में कदम रखते ही कई बार वहां बिना मतलब का कोहराम मच जाता है और वो जहां सकून की तलाश में घर आता है, वहां उसे बिना मतलब का क्लेश देखने को मिलता है, तो ऐसे में वो अपनी जीवनसंगिनी को कैसे अपने दिल में स्थान दे पाएगा।
जिस भी व्यक्ति की पत्नी ऐसे वातावरण को अंजाम देती है, वह अपने आप में तो स्वयं को बहुत समझदार समझती है, लेकिन कई बार वह घर और परिवार के लिए ऐसी भयानक स्थिति पैदा कर लेती है, जिसका परिणाम उसे ही नहीं बल्कि उसके पिता के परिवार और पति के परिवार यानि दोनों परिवारों को भुगतना पड़ जाता है। साथ ही दोनों परिवारों की कई बार तो कोर्ट कचहरी आदि के चक्कर में पड़कर संपत्ति तक नष्ट हो जाती है, लेकिन ऐसी महिलाएं स्थिति को संभाल नहीं पाती हैं और दोनों ही परिवारों का नाश कर लेती हैं।
वहीं, अगर ऐसी स्थिति जीवन में आपके सामने आती है और लाख प्रयत्न के बाद भी आपकी पत्नी आपकी बात को नहीं मानती है। साथ ही घर में अनावश्यक क्लेश को जन्म देती है तो ऐसे में आपका सबसे पहला काम है कि घर के क्लेश को बाहर जाने से रोकें और उसके बाद आप भगवान श्रीकृष्ण और राधा जी के मंदिर जाना आरंभ करें। साथ ही किसी भी पक्ष की अष्टमी के दिन राधा-कृष्ण के मंदिर में आप बांसुरी अर्पित कर दें। ऐसा करने से हो सकता है कि आपके घर-परिवार पर राधा-कृष्ण की कृपा हो जाए और आपके जीवन में भी चैन की बंसी बजने लगे।