Aaj Ka Panchang 9 May 2025: आज का पंचांग 9 मई 2025, शुक्र प्रदोष व्रत और रवि योग, जानें शुभ मुहूर्त और राहुकाल!
Aaj Ka Panchang 9 May 2025: आज वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि और शुक्रवार का दिन है। धार्मिक दृष्टि से यह दिन बेहद शुभ है, क्योंकि आज शुक्र प्रदोष व्रत है, जो भगवान शिव को समर्पित है।

Aaj Ka Panchang 9 May 2025: आज वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि और शुक्रवार का दिन है। धार्मिक दृष्टि से यह दिन बेहद शुभ है, क्योंकि आज शुक्र प्रदोष व्रत है, जो भगवान शिव को समर्पित है। पंचांग के अनुसार, हस्त नक्षत्र, वज्र योग और रवि योग का संयोग बन रहा है, जो कई कार्यों के लिए शुभ फलदायी है। आइए जानते हैं 9 मई 2025 के पंचांग के पांच अंग, शुभ-अशुभ मुहूर्त, और आज के त्योहारों का महत्व।
आज का पंचांग
- तिथि: वैशाख शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि दोपहर 2:56 बजे तक रहेगी, इसके बाद त्रयोदशी तिथि शुरू होगी। द्वादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित है और यशप्रद मानी जाती है।
- नक्षत्र: हस्त नक्षत्र रात 12:09 बजे (10 मई) तक रहेगा, इसके बाद चित्रा नक्षत्र शुरू होगा। दोनों ही शुभ नक्षत्र हैं।
- वार: शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी, दुर्गा, पार्वती, संतोषी माता और शुक्र ग्रह को समर्पित है। यह धन और समृद्धि के उपायों के लिए उत्तम है।
- योग: वज्र योग रात 2:58 बजे (10 मई) तक रहेगा, जो शुभ नहीं है। इसके बाद सिद्धि योग शुरू होगा, जो शुभ है। रवि योग रात 12:09 बजे से सुबह 5:33 बजे तक रहेगा।
- करण: बालव करण दोपहर 2:56 बजे तक, फिर कौलव करण रात 4:12 बजे (10 मई) तक, इसके बाद तैतिल करण शुरू होगा।
सूर्य-चंद्र गोचर
- सूर्य: मेष राशि में (स्वामी: मंगल)।
- चंद्रमा: कन्या राशि में (स्वामी: बुध)।
- शुभ मुहूर्त: कार्य शुरू करने का सही समय
आज के शुभ मुहूर्त इस प्रकार हैं:
- ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 4:10 बजे से 4:52 बजे।
- अभिजित मुहूर्त: दोपहर 11:51 बजे से 12:45 बजे।
- विजय मुहूर्त: दोपहर 2:32 बजे से 3:26 बजे।
- गोधूलि मुहूर्त: शाम 7:00 बजे से 7:21 बजे।
- अमृत काल: शाम 5:23 बजे से 7:11 बजे।
- निशिता मुहूर्त: रात 11:56 बजे से 12:38 बजे (10 मई)।
- रवि योग: रात 12:09 बजे से सुबह 5:33 बजे (10 मई)।
- अशुभ काल: इन समय से बचें
- राहुकाल: सुबह 10:37 बजे से दोपहर 12:18 बजे। इस दौरान शुभ कार्य शुरू न करें।
- यमगण्ड: दोपहर 3:40 बजे से शाम 5:20 बजे।
- गुलिक काल: सुबह 7:15 बजे से 8:56 बजे।
- विष घटी/वर्ज्य काल: सुबह 6:34 बजे से 8:22 बजे।
- दुर्मुहूर्त: सुबह 8:16 बजे से 9:09 बजे और दोपहर 12:45 बजे से 1:38 बजे।
आज के पर्व और त्योहार
आज शुक्र प्रदोष व्रत के साथ मां लक्ष्मी, दुर्गा, पार्वती और संतोषी माता की पूजा का विशेष महत्व है। शुक्रवार होने के कारण धन, वैभव और समृद्धि के लिए मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना और व्रत करना शुभ माना जाता है। मां दुर्गा और संतोषी माता की उपासना से मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
यात्रा टिप्स
आज पश्चिम दिशा में दिशाशूल है, इसलिए आपातकाल को छोड़कर इस दिशा में यात्रा से बचें।
पंचांग का महत्व
पंचांग केवल तिथियों और त्योहारों का कैलेंडर नहीं, बल्कि जीवन को सही दिशा देने वाला मार्गदर्शक है। इसके पांच अंग—तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण—शुभ कार्यों के लिए सही समय बताते हैं। विवाह, गृह प्रवेश, व्यवसाय शुरू करना जैसे मांगलिक कार्यों में पंचांग का पालन सकारात्मक ऊर्जा और सफलता लाता है। यह ब्रह्मांड की लय के साथ तालमेल बिठाने में मदद करता है, जिससे जीवन में शांति और समृद्धि आती है।
आज का खास संयोग
शुक्र प्रदोष व्रत, हस्त नक्षत्र और रवि योग का संयोग आज के दिन को धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यों के लिए विशेष बनाता है। इस दिन पूजा, दान और उपाय करने से जीवन में सुख-समृद्धि बढ़ सकती है।