3 दिसंबर 2025 का पंचांग: तिथि, नक्षत्र, करण, योग, शुभ-अशुभ मुहूर्त, व्रत और धार्मिक उपाय
जानें 3 दिसंबर 2025 का पूरा पंचांग – तिथि, नक्षत्र, करण, योग, शुभ और अशुभ मुहूर्त, बुधवार व्रत, पूजा विधि और धार्मिक उपाय। इस दिन का सही समय जानकर करें पूजा और व्रत, प्राप्त करें भाग्य और सुख-समृद्धि।

3 दिसंबर 2025 का पंचांग, शुभ मुहूर्त, तिथि, नक्षत्र और व्रत
3 दिसंबर 2025 का दिन बुधवार है और यह मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि है। हिंदू धर्म में प्रत्येक तिथि, नक्षत्र, करण और योग का विशेष महत्व होता है, जो हमारे दैनिक जीवन, पूजा‑अर्चना और शुभ कार्यों को निर्धारित करता है। इस दिन का सही पंचांग जानना न केवल धार्मिक दृष्टि से आवश्यक है, बल्कि यह हमारी दिनचर्या और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लाने में भी मदद करता है।साथ ही, त्रयोदशी तिथि और नक्षत्रों की स्थिति यह दर्शाती है कि कौन से कार्य शुभ रहेंगे और किन समयों में सावधानी बरतनी आवश्यक है।
आज का दिन: बुधवार, 3 दिसंबर 2025
आज की तिथि और वार
तिथि: त्रयोदशी (मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष) – दोपहर 12:26 बजे तक, इसके बाद चतुर्दशी
वार: बुधवार
मास / संवत / ऋतु: मार्गशीर्ष मास, विक्रम संवत 2082, ऋतु: हेमंत
सूर्योदय: 06:58 AM
सूर्यास्त: 05:24 PM
चंद्रमा राशि: मेष
सूर्य राशि: वृश्चिक
नक्षत्र, करण और योग
नक्षत्र:
भरणी: सुबह से शाम 06:00 बजे तक
कृत्तिका: शाम 06:00 बजे के बाद
करण:
तैतिल: सुबह से दोपहर 12:26 बजे तक
गर: दोपहर 12:26 बजे से रात 10:33 बजे तक
वणिज: रात 10:33 बजे से चतुर्दशी तिथि आरंभ तक
योग:
परिघ: सुबह से शाम 04:57 PM तक
शिव: शाम 04:57 PM के बाद
शुभ और अशुभ मुहूर्त
शुभ मुहूर्त:
ब्रह्म मुहूर्त: 05:09 AM – 06:03 AM
अमृत काल: 01:46 PM – 03:10 PM
विजय मुहूर्त: 01:55 PM – 02:37 PM
मुहूर्त: 05:21 PM – 05:49 PM
निशिता मुहूर्त: 11:44 PM – 12:38 AM (4 दिसंबर)
अशुभ मुहूर्त:
राहु काल: 12:11 PM – 01:29 PM
गुलिक काल: 10:53 AM – 12:11 PM
यमगण्ड काल: 08:16 AM – 09:34 AM
दुर्मुहूर्त: 11:50 AM – 12:31 PM
आज का व्रत और त्योहार
आज कोई प्रमुख व्रत या त्योहार नहीं है।
बुधवार होने के कारण बुध व्रत या भगवान गणेश जी की पूजा शुभ मानी जाती है।
धार्मिक दृष्टि से पूजा, दान और ध्यान करने का दिन फलदायी है।
आज के उपाय
सुबह ब्रह्म मुहूर्त (05:09 – 06:03 AM) या शुभ मुहूर्त में पूजा करें।
राहु, गुलिक और दुर्मुहूर्त में कोई महत्वपूर्ण कार्य न करें।
बुधवार के दिन भगवान गणेश या बुध ग्रह की पूजा करें।
जरूरतमंद को भोजन या वस्त्र दान करें।

