17 November 2025 का पंचांग: 17 November 2025 का पंचांग जानें – सोमवार के दिन की तिथि, नक्षत्र, करण, योग, सूर्योदय-सूर्यास्त, शुभ-अशुभ मुहूर्त और प्रदोष व्रत की पूरी जानकारी Rashifal Today

17 November 2025 का पंचांग जानें – सोमवार के दिन की तिथि, नक्षत्र, करण, योग, सूर्योदय-सूर्यास्त, शुभ-अशुभ मुहूर्त और प्रदोष व्रत की पूरी जानकारी

17 November 2025 का पंचांग: 17 November 2025 का पंचांग जानें – सोमवार के दिन की तिथि, नक्षत्र, करण, योग, सूर्योदय-सूर्यास्त, शुभ-अशुभ मुहूर्त और प्रदोष व्रत की पूरी जानकारी Rashifal Today
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17 November 2025 का पंचांग:

17 नवंबर 2025 का दिन धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से विशेष महत्व रखता है। इस दिन का पंचांग, शुभ मुहूर्त, तिथि‑नक्षत्र, व्रत और त्यौहार, साथ ही चन्द्रमा और सूर्य की स्थिति का विवरण नीचे दिया गया है।

दिन‑विशेष

वार: सोमवार

विक्रम संवत्: 2082 (कालयुक्त)

शक संवत्: 1947 (विश्वावसु)

माह (अमांत): कार्तिक

माह (पूर्णिमांत): अग्रहायण

ऋतु: हेमंत

तिथि, नक्षत्र, करण और योग

तिथि: कृष्ण पक्ष त्रयोदशी – 04:47 AM (17 नवंबर) से 07:12 AM (18 नवंबर)

नक्षत्र:

चित्रा → 02:11 AM (17 नवंबर) से 05:01 AM (18 नवंबर)

स्वाति → 05:01 AM (18 नवंबर) से 07:59 AM (19 नवंबर)

करण:

गरिजा → 04:48 AM – 05:59 PM (17 नवंबर)

वणिज् → 05:59 PM – 07:12 AM (18 नवंबर)

योग:

प्रीति → 06:46 AM (16 नवंबर) – 07:22 AM (17 नवंबर)

आयुष्मान → 07:22 AM (17 नवंबर) – 08:08 AM (18 नवंबर)

सूर्योदय, सूर्यास्त और चन्द्र

सूर्योदय: 06:46 AM

सूर्यास्त: 05:37 PM

चन्द्र उदय: 04:03 AM (17 नवंबर)

चन्द्रास्त: 03:43 PM (17 नवंबर)

शुभ और अशुभ मुहूर्त

शुभ मुहूर्त:

अभिजीत मुहूर्त: 11:50 AM – 12:33 PM

अमृत काल: 09:51 PM – 11:38 PM

ब्रह्म मुहूर्त: 05:10 AM – 05:58 AM

अशुभ मुहूर्त:

राहु काल: 08:07 AM – 09:28 AM

यमगण्ड: 10:50 AM – 12:11 PM

गुलिक: 01:33 PM – 02:54 PM

दुर्मुहूर्त: 12:33 PM – 01:16 PM, 02:43 PM – 03:27 PM

वर्ज्यम्: 11:08 AM – 12:55 PM

व्रत और त्यौहार

आज का दिन प्रदोष व्रत / सोम प्रदोष व्रत के रूप में विशेष महत्व रखता है।

चन्द्रमा कन्या राशि में रहेगा 03:35 PM तक, उसके बाद तुला राशि में प्रवेश करेगा।

सूर्य वृश्चिक राशि में स्थित है।

सोमवार होने के कारण भगवान शिव और उनके परिवार की पूजा‑अर्चना आज विशेष लाभकारी मानी जाती है।

महत्व

सुबह ब्रह्म मुहूर्त में ध्यान या पूजा करना अत्यंत शुभ है।

प्रदोष व्रत के अवसर पर बेलपत्र, धूप-दीप और भगवान शिव का मंत्र जाप करें।

राहु काल, यमगण्ड और अन्य अशुभ मुहूर्त में नए कार्य आरंभ करने से बचें।

जरूरतमंद को दान देने से पुण्य की प्राप्ति होती है।

विवरण - जानकारी

तिथि - कृष्ण पक्ष त्रयोदशी (04:47 AM से)

वार - सोमवार

नक्षत्र - चित्रा → स्वाति

करण - गरिजा → वणिज्

योग - प्रीति → आयुष्मान

सूर्योदय - 06:46 AM

सूर्यास्त - 05:37 PM

राहु काल - 08:07 AM – 09:28 AM

प्रमुख व्रत/त्यौहार- प्रदोष व्रत / सोम प्रदोष व्रत

ऋतु - हेमंत

यह 17 नवंबर 2025 का पंचांग किसी भी हिन्दू धर्मावलंबी के लिए दैनिक शुभ मुहूर्त, तिथि‑नक्षत्र और व्रत‑त्यौहार की पूरी जानकारी देता है।

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