Chaturmash: चातुर्मास में कौन से महीने में क्या नहीं खाना चाहिए?
चातुर्मास में ध्यान, साधना और पुण्य के लिए इन खाद्य पदार्थों से बनाएं दूरी, वरना शुभ कर्म हो सकते हैं नष्ट।

Chaturmas 2025 : चातुर्मास छह जुलाई से शुरू हो चुका है। चातुर्मास में कुछ ऐसे कार्य हैं, जिनको करने की सलाह शास्त्रों में दी गई है और वहीं हमारे शास्त्रों में कुछ ऐसे कार्य बताए गए हैं, जिन्हें भूल से भी नहीं करना चाहिए। साथ ही चातुर्मास यानि चौमासे में कुछ ऐसी चीजें हैं, जिनका सेवन करने से भी परहेज करना चाहिए। वरना आपके शुभ कर्म नष्ट हो सकते हैं।
कहा जाता है कि चातुर्मास में ईश्वर का भजन, सुमिरन और ध्यान का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि चातुर्मास में अगर हम लोग कुछ चीजों को खाने से परहेज कर लें तो हमारा मन भजन, सुमिरन और ध्यान में लगा रहता है, वरना इन चीजों का सेवन करने से हमारा मन भटक जाता है और ध्यान, साधना में नहीं लगता है। तो आइए जानते हैं चातुर्मास में किन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।
चातुर्मास यानि चौमासा यह वह समय होता है, जब भगवान विष्णु योगनिंद्रा में चार महीने के लिए चले जाते हैं। ऐसे समय में शुभ कार्य वर्जित मानें जाते हैं और ध्यान-साधना, भजन-सुमिरन और दान-पुण्य आदि कार्य करने से आपको शुभ फलों की प्राप्ति होती है और कई गुना अधिक फल प्राप्त होता है। ऐसे समय में आपको विशेष सर्तक रहना होता है और खानपान आदि कुछ नियमाें का पालन भी करना पड़ता है।
साग
चातुर्मास में आपको साग आदि खाने से परहेज करना चाहिए। क्योंकि यह समय महादेव के शासन का समय होता है और ऐसे में उनका प्रकृति पर पूर्ण प्रभाव होता है। वहीं, अगर आप साग आदि का सेवन करते हैं और खेत आदि से साग आदि तोड़कर लाते हैं तो वहां सांप आदि हो सकते हैं जोकि आपको नुकसान पहुंचा सकते हैं।
बैंगन
चातुर्मास में बैंगन का सेवन भी नहीं करना चाहिए। शास्त्रों में बताया गया है कि चातुर्मास के दौरान बैंगन और अधिक तेल मसाले युक्त भोजन करने से आपको पुण्य की प्राप्ति नहीं होती है।
गोभी
चातुर्मास में फूल गोभी और बंद गोभी का सेवन करने से भी परहेज करना चाहिए। क्योंकि इनमें अधिक मात्रा में कीट पतंगे हो सकते हैं। जोकि आपका पुण्य क्षीण कर सकते हैं और इनकी हत्या का पाप आपको लग सकता है।
Gochar 2025 : सावन का महीना अब शुरू होने ही वाला है, देवशयनी एकादशी के दिन आज भगवान विष्णु जी चार महीने के लिए योग निंद्रा में चले गए हैं और अब चार महीने के लिए सृष्टि के पालन करने का भार महादेव संभालेंगे। यानी अब चर्तुमास का प्रारंभ भी हो गया है और सभी प्रकार के शादी-विवाह, मुण्डन, गृह प्रवेश आदि शुभ कार्यों पर ब्रेक लग चुका है।
वहीं, ज्योतिष के लिहाज से भी सावन का महीना बहुत ही खास महीनों में से एक माना जाता है, लेकिन इस साल सावन माह में एक विशेष योग बन रहा है। इस बार सावन माह में चार ग्रह एक साथ उलटी चाल चलने जा रहे हैं और ऐसा योग सावन माह में लगभग 72 सालों के बाद बन रहा है। ज्योतिष की मानें तो इस बार 13 जुलाई को शनि महाराज उलटी चाल चलना शुरू कर देंगे और इनके बाद 17 जुलाई को ग्रह मंडल के राजकुमार और कारोबार के दाता बुधदेव की चाल भी उलटी हो जाएगी।
वहीं, राहु और केतु ग्रह पहले से ही वक्री हैं। चार ग्रहों का सावन माह में वक्री होने का संयोग 72 साल के बाद बन रहा है, जाेकि कई राशि वालों के लिए लाभदायक सिद्ध हो सकता है। तो आइए जानते हैं कि इन चार ग्रहों की उलटी चाल से किन राशियों को बंपर लाभ हो सकता है।
वृषभ राशि
राहु-केतु, शनि और बुध ग्रह की उलटी चाल का सबसे अधिक लाभ वृषभ राशि के लोगों को होने वाला है। इस दौरान आपकी आय में इजाफा हो सकता है और साथ ही नए रिश्तों की शुरुआत हो सकती है। इसके अलावा आपको कारोबार से लाभ मिल सकता है।
कर्क राशि
आपको विवाह प्रस्ताव मिल सकते हैं और साथ ही वैवाहिक जीवन में चल रही दिक्कतें दूर हो सकती हैं। मनोकामनाओं की पूर्ति होगी। आत्मविश्वास बढ़ेगा।
मीन राशि
लंबे समय से चल रही दिक्कतें दूर होंगी और आपको कर्ज से छुटकारा मिलेगा। साथ ही आपके रुके हुए कार्य बनने लगेंगे। प्रेम संबंध प्रगाढ़ होंगे। कारोबारी लाभ प्राप्त होगा और आर्थिक स्थिति मं सुधार होगा।