दिसंबर 2025 एकादशी: मोक्षदा, सफला और पुत्रदा तिथि, मुहूर्त और धार्मिक महत्व
दिसंबर 2025 में मोक्षदा, सफला और पुत्रदा एकादशी आएंगी। जानें तिथि, शुभ मुहूर्त और इन एकादशियों का धार्मिक महत्व व पुण्य फल।

दिसंबर 2025 एकादशी सूची: कब हैं मोक्षदा, सफला और पुत्रदा एकादशी? जानें तिथि, मुहूर्त और महत्व
दिसंबर में तीन विशेष एकादशियां
दिसंबर 2025 का महीना खास है क्योंकि इस बार कुल तीन एकादशी—मोक्षदा, सफला और पुत्रदा—पड़ रही हैं। मार्गशीर्ष और पौष मास भगवान विष्णु को समर्पित होते हैं, इसलिए इन एकादशियों का महत्व और बढ़ जाता है।
मोक्षदा एकादशी 2025: तिथि और मुहूर्त
मोक्षदा एकादशी का व्रत 1 दिसंबर 2025 को रखा जाएगा। तिथि 30 नवंबर की रात से शुरू होकर 1 दिसंबर की शाम 7:01 बजे समाप्त होगी, लेकिन उदयातिथि के अनुसार व्रत 1 दिसंबर को ही मान्य है।
इस दिन अमृत मुहूर्त सुबह 6:56 से 8:15 बजे तक और शुभ मुहूर्त 9:33 से 10:52 बजे तक रहेगा।
मोक्षदा एकादशी का धार्मिक महत्व
शास्त्रों में बताया गया है कि इसी दिन भगवान कृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था, इसलिए इस तिथि को गीता जयंती भी कहा जाता है। मोक्ष, पापों से मुक्ति और मनोकामना पूर्ति के लिए यह एकादशी अत्यंत शुभ मानी जाती है।
सफला एकादशी 2025: तिथि और शुभ समय
सफला एकादशी 14 दिसंबर की रात 8:46 बजे शुरू होगी और 15 दिसंबर की रात 10:09 बजे समाप्त होगी।
इस दिन अभिजीत मुहूर्त 11:56 से 12:37 बजे तक है, जिसमें भगवान विष्णु की पूजा करना शुभ माना जाता है।
सफला एकादशी का महत्व
इस एकादशी का नाम ही बताता है कि यह सफलता देने वाली तिथि है। इस दिन व्रत रखने से धन लाभ, रुके हुए कार्यों में प्रगति और जीवन में उन्नति प्राप्त होने की मान्यता है।
पौष पुत्रदा एकादशी 2025: तिथि और पारण
पौष पुत्रदा एकादशी 30 दिसंबर की सुबह 7:51 बजे शुरू होगी और 31 दिसंबर की सुबह 5 बजे समाप्त होगी।
उदयातिथि के आधार पर व्रत 30 दिसंबर को रखा जाएगा।
पारण 31 दिसंबर को 1:29 से 3:33 बजे के बीच किया जाएगा।
पुत्रदा एकादशी का धार्मिक महत्व
यह एकादशी संतान प्राप्ति, सुख-समृद्धि और परिवार की खुशहाली का आशीर्वाद देती है। इस दिन विष्णु-लक्ष्मी की आराधना करने से विशेष पुण्य मिलता है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।

