Ajgaibinath Shiv Mandir Bihar: जहाँ से शुरू होती है बोल बम की यात्रा: गंगा के बीच बसा रहस्यमय अजगैबीनाथ मंदिर!
Ajgaibinath Shiv Mandir Bihar: सुल्तानगंज (भागलपुर) में स्थित अजगैबीनाथ मंदिर वह स्थान है जहाँ से बोल बम यात्रा शुरू होती है। जानिए गंगा की उत्तरवाहिनी धारा, मंदिर का रहस्य, दर्शन का समय और श्रावणी मेला की पूरी जानकारी — भक्तों के लिए सम्पूर्ण गाइड।

Ajgaibinath Mandir Sultanganj: अजगैबीनाथ मंदिर बिहार राज्य के भागलपुर ज़िले के सुल्तानगंज नगर में स्थित एक अत्यंत प्रसिद्ध शिव मंदिर है। यह मंदिर ‘बाबा अजगैबीनाथ’ के नाम से प्रसिद्ध है और गंगा नदी के किनारे एक ऊँची चट्टान पर स्थित है। यह मंदिर इसलिए भी विशेष है क्योंकि यहाँ गंगा उत्तरवाहिनी (उत्तर दिशा में बहती) है — जो भारत में दुर्लभ है।
*ऐतिहासिक और पौराणिक महत्व*
"अजगैबीनाथ" शब्द संस्कृत शब्दों से मिलकर बना है — "अज" (अर्थात् अद्भुत/अप्राकृतिक) और "गैबी" (जो दिखता नहीं)। इसका अर्थ है — "जो अद्भुत है और जिसकी कोई थाह नहीं।" ऐसा माना जाता है कि यह स्थान त्रेता युग से अस्तित्व में है। यहाँ ऋषि-मुनियों ने तप किया था।
पौराणिक मान्यता के अनुसार, भगवान शिव ने यहाँ स्वयं प्रकट होकर मंदिर की स्थापना की थी, और यह स्थान "देवघर" जाने वाले कांवड़ियों का पहला पड़ाव है। कहा जाता है कि यहां बाबा बैद्यनाथ (देवघर) की मूर्ति का आधा हिस्सा स्थित है, और आधा देवघर में है। यह भी मान्यता है कि यहां के पुजारी कभी देवघर नहीं जाते, क्योंकि शिव स्वयं अजगैबीनाथ रूप में यहाँ विराजते हैं।
*मंदिर की विशेषता और वास्तुकला*
• यह मंदिर एक प्राकृतिक ग्रेनाइट चट्टान पर बना हुआ है, जो गंगा के बीचोंबीच स्थित है।
• मंदिर की वास्तुकला नागर शैली में बनी है और इसकी छत तथा दीवारों पर प्राचीन मूर्तिशिल्प अंकित हैं।
• मंदिर में मुख्य रूप से भगवान शिव की पूजा होती है, साथ ही मंदिर परिसर में माँ पार्वती, श्री गणेश और अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियाँ भी स्थित हैं।
*मंदिर दर्शन का समय*
समय विवरण
सुबह : 5:30 AM – 12:00 PM
दोपहर की आरती लगभग - 12:00 PM
शाम 4:00 PM – 9:00 PM
संध्या आरती लगभग - 7:00 PM
*प्रमुख पर्व और आयोजन*
• महाशिवरात्रि : इस दिन विशेष रुद्राभिषेक, भजन-कीर्तन और बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ती है।
• श्रावणी मेला (जुलाई–अगस्त) : यह भारत के सबसे बड़े धार्मिक मेलों में से एक है। यहाँ से जल भरकर कांवड़िए 109 किमी दूर देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम जाते हैं।
• पूर्णिमा और सोमवार के दिन विशेष भीड़ रहती है।
*अजगैबीनाथ मंदिर कैसे पहुँचे ?*
हवाई मार्ग :-
निकटतम हवाई अड्डा : गया एयरपोर्ट (170 किमी)
दूसरा विकल्प : पटना एयरपोर्ट (210 किमी)
रेल मार्ग :-
नजदीकी स्टेशन : सुल्तानगंज रेलवे स्टेशन (2 किमी)
प्रमुख जंक्शन : भागलपुर जंक्शन (28 किमी)
सड़क मार्ग :-
भागलपुर से नियमित बसें सुल्तानगंज के लिए चलती हैं।
*मंदिर तक कैसे जाएँ ?*
• सुल्तानगंज घाट से मंदिर तक पहुँचने के लिए नाव सेवा उपलब्ध रहती है (विशेष रूप से मानसून के दौरान)।
• नदी के कम जल स्तर के समय पैदल पुल या घाट की सहायता से जाया जा सकता है।
*श्रद्धालुओं के लिए सुझाव*
• मंदिर में दर्शन के लिए प्रातःकाल या संध्या समय सर्वोत्तम होता है।
• श्रावणी मेला के समय विशेष सावधानी रखें क्योंकि अत्यधिक भीड़ होती है।
• श्रद्धालु यहाँ से गंगाजल भरकर "बोल बम" का जयघोष करते हुए देवघर की यात्रा शुरू करते हैं।
अजगैबीनाथ मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह भारत की प्राचीन संस्कृति और शिव भक्ति की गहराई को दर्शाता है। यह मंदिर उन सभी श्रद्धालुओं के लिए अनिवार्य गंतव्य है जो शिवभक्ति, शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा की तलाश में हैं।
यहाँ की गंगा की उत्तरवाहिनी धारा, मंदिर का अनोखा स्थान और आध्यात्मिक वातावरण इसे विशेष बनाते हैं। अगर आप बिहार की धार्मिक यात्रा पर हैं, तो अजगैबीनाथ मंदिर की यात्रा जरूर करें।