Sawan 2025: इस सावन आप भी बन सकते हैं खुशहाल, जानिए कौन सा काम भोलेनाथ के लाएगा करीब

Sawan 2025: 11 जुलाई से सावन शुरू हो रहा है बस कुछ कामों को कर लें बरसेगी भोलेनाथ की कृपा... जानिए क्या

Published On 2025-07-10 16:39 GMT   |   Update On 2025-07-10 16:39 GMT

Sawan 2025: सावन का महीना पवित्र और पुण्यदायक है। यह महीना पूरी तरह से भगवान शिव का है। 2025 में सावन का प्रारंभ 11 जुलाई से हो रहा है और  इस महीने में कुल 4 सोमवार पड़ने वाले हैं। सावन के सोमवारों का विशेष महत्व होता है, क्योंकि इस दिन भगवान शिव की पूजा और व्रत का विशेष विधान है। इस दौरान भक्तगण जलाभिषेक, व्रत, रुद्राभिषेक, मंत्र जाप और विशेष पूजन के माध्यम से भगवान शिव को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं।

इस शुभ महीने में अगर कुछ विशेष वस्तुएं घर लाई जाएं, तो माना जाता है कि भगवान शिव अत्यंत प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों पर कृपा बनाए रखते हैं। जानें किन चीजों को  सावन में घर लाना बहुत ही लाभकारी और मंगलकारी माना गया है।

मंगलकारी होते हैं ये सामान

भगवान शिव के हाथों में सदैव त्रिशूल होता है, जो उनके त्रिगुण स्वरूप – सत्व, रज और तम – का प्रतीक है। त्रिशूल न केवल एक शस्त्र है, बल्कि यह बुरी शक्तियों से रक्षा करने का प्रतीक भी है।सावन में घर में चांदी या तांबे का त्रिशूल रखना अत्यंत शुभ माना जाता है।

यह त्रिशूल घर की नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त करता है और घर के वातावरण को शुद्ध बनाता है। त्रिशूल को मुख्य द्वार पर या पूजा स्थान में स्थापित किया जा सकता है। ऐसा करने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है और घर में शांति, सुरक्षा और समृद्धि बनी रहती है।

पारद शिवलिंग को अत्यंत शक्तिशाली और दिव्य माना जाता है। यह पारा (पारद), चांदी और जड़ी-बूटियों के मिश्रण से निर्मित होता है। धार्मिक ग्रंथों में उल्लेख है कि पारद शिवलिंग का पूजन करने से पुण्य फलों की प्राप्ति होती है और जीवन में सभी बाधाओं का नाश होता है।

सावन में पारद शिवलिंग को घर लाकर उसका विधिवत पूजन करना चाहिए।ऐसा करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। यह शिवलिंग घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है और धन-समृद्धि में वृद्धि होती है।

रुद्राक्ष को भगवान शिव का ही स्वरूप माना जाता है। यह एक दिव्य और शक्तिशाली बीज होता है, जिसे पहनने से मानसिक शांति, स्वास्थ्य और आत्मिक शक्ति प्राप्त होती है।

सावन के पावन महीने में रुद्राक्ष धारण करना अत्यंत शुभ माना गया है।इस महीने में रुद्राक्ष की माला से “ॐ नम: शिवाय” मंत्र का जाप करने से विशेष पुण्य फल प्राप्त होता है। रुद्राक्ष पहनने से जीवन की सभी नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है और व्यक्ति के जीवन में सुख-शांति आती है। विशेष रूप से पंचमुखी रुद्राक्ष सभी के लिए उपयुक्त होता है।

गंगाजल को हिन्दू धर्म में अमृत के समान माना गया है। यह जल न केवल पवित्र होता है, बल्कि इसकी कुछ बूँदें किसी भी पूजा को पूर्ण और सफल बना देती हैं।सावन के पहले दिन या किसी सोमवार को गंगाजल घर लाना बहुत ही शुभ माना जाता है।

गंगाजल को पूजा स्थान या रसोईघर में रखने से घर की सारी नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है और सुख-समृद्धि का वास होता है। इसे अभिषेक में, पीने के पानी में, या छिड़काव के रूप में प्रयोग किया जा सकता है।

भगवान शिव के चित्रों और प्रतिमाओं में आपने उनके पैरों में चांदी का कड़ा अवश्य देखा होगा। यह कड़ा शक्ति, स्थायित्व और शुभता का प्रतीक होता है।सावन में चांदी का कड़ा धारण करना शुभ और मंगलकारी माना गया है।

इस कड़े को पहनने से न केवल सौभाग्य की प्राप्ति होती है, बल्कि यह शरीर से नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है। यह शरीर में ऊर्जा के संतुलन को बनाए रखने में भी सहायक होता है। चांदी का कड़ा विशेष रूप से पुरुषों के लिए उत्तम माना गया है, लेकिन महिलाएं भी इसे धारण कर सकती हैं।

सावन का महीना आत्मिक और आध्यात्मिक शुद्धि का  है। इस मास में भगवान शिव की आराधना करना और उनके प्रिय वस्तुओं को घर लाना जीवन में शुभता, समृद्धि को लाता है। ये न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से शुभ हैं, बल्कि आपके घर में सकारात्मकता और शांति लाने में सहायक मददगार है। सावन के प्रत्येक सोमवार को व्रत रखकर और "ॐ नम: शिवाय" का जाप करके भगवान शिव की विशेष कृपा पा सकते है।

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