30 November 2025 Ka Panchang :रविवार का पंचांग देखे rashifal today पर
30 नवंबर 2025, रविवार का विस्तृत पंचांग। आज की तिथि, नक्षत्र, योग, शुभ मुहूर्त, राहुकाल व चंद्र तथा सूर्य राशि की जानकारी।
आज का पंचांग – 30 नवंबर 2025 (रविवार)
30 नवंबर 2025 का दिन हिंदू पंचांग के अनुसार शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि है। यह दिन पूजा‑पाठ, नए कार्य आरंभ करने तथा शुभ मुहूर्त देखने के लिए महत्वपूर्ण माना गया है।
पंचांग विवरण
दिनांक: 30 नवंबर 2025
दिन: रविवार
विक्रम संवत: 2082
शक संवत: 1947
मास: मार्गशीर्ष (आमांत एवं पूर्णिमांत)
पक्ष: शुक्ल पक्ष
तिथि: दशमी – 29 नवंबर 11:15 PM से 30 नवंबर 09:29 PM तक; उसके बाद एकादशी आरंभ
ऋतु: हेमंत ऋतु (पूर्व‑शीतकाल)
सूर्योदय और सूर्यास्त
सूर्योदय: सुबह 6:54 बजे
सूर्यास्त: शाम 5:36 बजे
चंद्रोदय: दोपहर 1:56 बजे
चंद्रास्त: अगले दिन सुबह 2:37 बजे
तिथि और नक्षत्र
तिथि:
शुक्ल पक्ष दशमी – 29 नवंबर 11:15 PM से 30 नवंबर 09:29 PM तक
एकादशी – 30 नवंबर 09:29 PM से प्रारंभ
नक्षत्र:
उत्तरभाद्रपदा – 30 नवंबर 02:22 AM से 1 दिसंबर 01:10 AM तक
रेवती – 1 दिसंबर 01:10 AM से आगे
योग और करण
योग:
वज्र योग – 29 नवंबर 09:26 AM से 30 नवंबर 07:12 AM तक
सिद्धि योग – 30 नवंबर 07:12 AM से 1 दिसंबर 04:21 AM तक
करण:
तैतिल करण – 29 नवंबर 11:15 PM से 30 नवंबर 10:28 AM तक
गरिजा करण – 30 नवंबर 10:28 AM से 30 नवंबर 09:29 PM तक
वणिज करण – 30 नवंबर 09:29 PM से आगे
ग्रह स्थिति
सूर्य राशि: वृश्चिक (Scorpio)
चंद्र राशि: मीन (Pisces)
अशुभ काल
राहु काल: 4:15 PM – 5:36 PM
यमगंड काल: 12:15 PM – 1:35 PM
गुलिक काल: 2:55 PM – 4:15 PM
वर्ज्य काल: 11:29 AM – 1:00 PM
दुर्लभ मुहूर्त: 4:10 PM – 4:53 PM
इन कालों में नए या महत्वपूर्ण कार्य आरंभ न करें।
शुभ मुहूर्त
अभिजित मुहूर्त: 11:54 AM – 12:36 PM
अमृत काल: 8:36 PM – 10:07 PM
ब्रह्म मुहूर्त: 5:19 AM – 6:07 AM
इन मुहूर्तों में पूजा, यात्रा, निवेश या नया कार्य करना अत्यंत शुभ रहेगा।
आज का महत्व
30 नवंबर 2025, रविवार का दिन शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि में पड़ता है।
यह दिन पूजा‑पाठ, दान‑पुण्य और नए कार्य आरंभ करने के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।
शुभ मुहूर्तों में किए गए कार्य सफलता और शांति प्रदान करते हैं। राहु, यमगंड और अन्य अशुभ कालों में नए कार्य से बचें।
30 नवंबर 2025 का दिन धार्मिक और कर्मसिद्धि के लिए अनुकूल है।
शुभ मुहूर्तों में आरंभ किए गए कार्य फलदायी होंगे और जीवन में स्थिरता व सौभाग्य लाएंगे