25 December 2025 Panchang: 25 दिसंबर 2025 पंचांग: शुभ मुहूर्त, राहुकाल, तिथि, नक्षत्र और धार्मिक महत्व
25 December 2025 Panchang: 25 दिसंबर 2025, गुरुवार का दिन पौष मास शुक्ल पक्ष में आता है। इस दिन धनिष्ठा और श्रविष्ठा नक्षत्र, मकर राशि और ध्रुव योग के कारण पूजा-पाठ, नए कार्य, ध्यान और दान के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। जानें अभिजीत मुहूर्त, राहुकाल, यमगण्ड, शुभ-अशुभ समय और विशेष उपाय।
25 दिसंबर 2025 का पंचांग: शुभ मुहूर्त, राहुकाल, तिथि, नक्षत्र और धार्मिक महत्व
हिंदू पंचांग के अनुसार 25 दिसंबर 2025, गुरुवार का दिन धार्मिक, आध्यात्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से विशेष महत्व रखता है। यह दिन पौष मास के शुक्ल पक्ष में आता है, जिसे शुभ कार्य, पूजा-पाठ और नए संकल्पों के लिए उत्तम माना जाता है।
गुरुवार का दिन गुरु देव (बृहस्पति) और भगवान विष्णु की पूजा के लिए विशेष फलदायी होता है। इस दिन किए गए व्रत, दान और मंत्र जाप से बुद्धिमत्ता, वैभव और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।
दिन, मास और सूर्य की स्थिति
दिन: गुरुवार
मास: पौष
पक्ष: शुक्ल पक्ष
विक्रम संवत: 2082
ऋतु: हेमंत
सूर्योदय: प्रातः लगभग 06:41 बजे
सूर्यास्त: सायं लगभग 05:29 बजे
सूर्य राशि: मकर
तिथि, नक्षत्र और चंद्र राशि
तिथि
प्रातः तक: शुक्ल पंचमी
दोपहर 01:00 PM के बाद: शुक्ल षष्ठी
शुक्ल पंचमी तिथि नए कार्य, पूजा-पाठ और शुभ योजनाओं की शुरुआत के लिए अत्यंत शुभ मानी जाती है।
नक्षत्र
प्रातः: धनिष्ठा
सुबह 07:00 AM के बाद: श्रविष्ठा
धनिष्ठा नक्षत्र स्थायी और फलदायी कार्य का प्रतीक है। श्रविष्ठा नक्षत्र में किया गया ध्यान और मंत्र जाप आध्यात्मिक उन्नति और मानसिक शांति प्रदान करता है।
चंद्र राशि
मकर राशि
अनुशासन, परिश्रम और व्यावहारिक निर्णय लेने के लिए यह समय अनुकूल है।
योग और करण
योग: ध्रुव योग
करण: बलव करण
ध्रुव योग कठिन प्रयासों के बाद सफलता दिलाने वाला माना जाता है।
25 दिसंबर 2025 के शुभ मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त: 11:36 AM से 12:18 PM
इस समय नया कार्य शुरू करना, पूजा-पाठ और महत्वपूर्ण निर्णय लेना अत्यंत शुभ है।
25 दिसंबर 2025 का अशुभ समय
राहुकाल: 05:14 PM से 06:33 PM
यमगण्ड काल: 11:58 AM – 01:17 PM
गुलिक काल: 02:36 PM – 03:55 PM
इन समयों में यात्रा या नया कार्य करने से बचना चाहिए।
25 दिसंबर 2025 का धार्मिक महत्व
पौष मास की शुक्ल पक्ष की तिथियां नई शुरुआत और शुभ संकल्प के लिए श्रेष्ठ मानी जाती हैं।
गुरुवार होने के कारण गुरु देव और भगवान विष्णु की पूजा विशेष फलदायी होती है।
धनिष्ठा और श्रविष्ठा नक्षत्र में किया गया ध्यान और मंत्र जाप मानसिक शांति, ज्ञान और सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करता है।
दान-पुण्य और धार्मिक कार्यों का प्रभाव कई गुना अधिक माना जाता है।
आज के विशेष उपाय
प्रातः स्नान के बाद गुरु देव और विष्णु जी की पूजा करें।
“ॐ गुरवे नमः” या “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का 108 बार जप करें।
पीले वस्त्र, दाल, गेहूं या दूध का दान करें।
राहुकाल और अशुभ समय में कोई नया कार्य शुरू न करें।
मन को शांत रखें और वाणी में मधुरता बनाए रखें।
25 दिसंबर 2025, गुरुवार का दिन शुभ तिथि, धनिष्ठा-श्रविष्ठा नक्षत्र और मकर राशि के कारण धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत फलदायी है।
इस दिन किए गए पूजा-पाठ, ध्यान और दान से जीवन में शांति, सफलता और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है। शुभ मुहूर्त में किए गए कार्य विशेष रूप से स्थायी लाभ और आत्मिक उन्नति प्रदान करते हैं।