23 November 2025 Ka Panchang :रविवार का पंचांग देखे Rashifal Today पर
जानें 23 नवंबर 2025 का पंचांग, शुभ मुहूर्त, तिथि, नक्षत्र, योग और करण। तृतीया और चतुर्थी तिथियों के अनुसार करें सही समय पर पूजा और पुण्य कार्य।
23 नवंबर 2025 का पंचांग: शुभ मुहूर्त, तिथि, नक्षत्र और करण
23 नवंबर 2025, रविवार, उज्जैन के लिए आज का पंचांग जानें। यह आर्टिकल आपको दिन की शुरुआत सही समय पर करने, पूजा‑पाठ और महत्वपूर्ण कार्यों के लिए मार्गदर्शन देगा।
सूर्योदय और सूर्यास्त
सूर्योदय: 6:50 AM
सूर्यास्त: 5:36 PM
चंद्रोदय: 9:21 AM
चंद्रास्त: 7:58 PM
सुबह जल्दी उठकर दिन की शुरुआत करना शुभ माना जाता है।
पंचांग विवरण
आयन: दक्षिणायण
ऋतु: हेमंत (प्रारम्भ‑शीत)
विक्रम संवत: 2082
शके संवत: 1947
पूर्णिमांत माह: मार्गशीर्ष
आमांत माह: मार्गशीर्ष
तिथि, नक्षत्र, योग और करण
तिथि:
शुक्ल‑पक्ष तृतीया: 22 नवंबर 05:11 PM – 23 नवंबर 07:25 PM
शुक्ल‑पक्ष चतुर्थी: 23 नवंबर 07:25 PM – 24 नवंबर 09:22 PM
नक्षत्र:
मूल: 22 नवंबर 04:46 PM – 23 नवंबर 07:27 PM
पूर्वाषाढ़ा: 23 नवंबर 07:27 PM – 24 नवंबर 09:53 PM
करण:
गर: 23 नवंबर 06:20 AM – 07:25 PM
वणिज: 23 नवंबर 07:25 PM – 24 नवंबर 08:26 AM
योग:
शूल: 23 नवंबर 12:08 PM – 24 नवंबर 12:36 PM
नक्षत्र और तिथि के अनुसार दिन आध्यात्मिक कार्य, पूजा और व्रत के लिए उत्तम है।
शुभ और अशुभ समय
समय विवरण
05:14 AM – 06:02 AM ब्रह्म मुहूर्त – ध्यान, साधना के लिए उत्तम
11:51 AM – 12:34 PM अभिजीत मुहूर्त – शुभ कार्य के लिए अच्छा समय
12:24 PM – 02:11 PM अमृत काल – पूजा और शुभ कार्य के लिए उत्तम
04:15 PM – 05:36 PM राहु काल – नए कार्य के लिए अनुकूल नहीं
12:13 PM – 01:34 PM यमगण्डा काल – नए काम टालें
02:54 PM – 04:15 PM गुलिक काल – शुभ कार्य के लिए नहीं
04:10 PM – 04:53 PM दुर्मुहूर्त – महत्वपूर्ण कार्य टालें
05:39 PM – 07:26 PM वर्ज्यम् – पूजा/नए कार्य टालें
दिन का सबसे शुभ समय: ब्रह्म मुहूर्त, अभिजीत मुहूर्त और अमृत काल
राशि और चंद्र राशि
सूर्य राशि: वृश्चिक
चंद्र राशि: धनु
सूर्य और चंद्र की स्थिति दिनभर आपके मनोबल और ऊर्जा को प्रभावित करेगी।
विशेष महत्व
आज का दिन तृतीया और चतुर्थी तिथि होने के कारण पूजा, ध्यान और पुण्य कार्यों के लिए शुभ है।
ब्रह्म मुहूर्त, अभिजीत मुहूर्त और अमृत काल में किए गए कार्य विशेष फलदायक माने जाते हैं।
राहु, यमगण्ड और गुलिक काल में नए कार्य आरंभ करने से बचें।
धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यों के लिए यह दिन अनुकूल है।
23 नवंबर 2025 का दिन पंचांग और शुभ मुहूर्त के अनुसार पूजा, साधना, ध्यान और नए कार्य शुरू करने के लिए उत्तम है।