22 November 2025 Ka Panchang :शनिवार का पंचांग देखे Rashifal Today पर

22 November 2025 Ka Panchang :शनिवार का पंचांग देखे Rashifal Today पर

Published On 2025-11-19 06:40 GMT   |   Update On 2025-11-19 06:40 GMT

22 नवंबर 2025 का पंचांग: शुभ मुहूर्त, तिथि, नक्षत्र और करण

22 नवंबर 2025, शनिवार, उज्जैन के लिए आज का पंचांग जानें। यह आर्टिकल आपको दिन की शुरुआत सही समय पर करने, पूजा‑पाठ और महत्वपूर्ण कार्यों के लिए मार्गदर्शन देगा।

सूर्योदय और सूर्यास्त

सूर्योदय: 6:49 AM

सूर्यास्त: 5:36 PM

चंद्रोदय: 8:29 AM

चंद्रास्त: 7:05 PM


सुबह जल्दी उठकर दिन की शुरुआत करना शुभ माना जाता है।

पंचांग विवरण

आयन: दक्षिणायण

ऋतु: हेमंत (प्रारम्भ‑शीत)

विक्रम संवत: 2082

शके संवत: 1947

पूर्णिमांत माह: मार्गशीर्ष

आमांत माह: मार्गशीर्ष

तिथि, नक्षत्र, योग और करण

तिथि:

शुक्ल‑पक्ष द्वितीया: 21 नवंबर 02:47 PM से 22 नवंबर 05:11 PM

शुक्ल‑पक्ष त्रितीया: 22 नवंबर 05:11 PM से 23 नवंबर 07:25 PM

नक्षत्र:

ज्येष्ठा: 21 नवंबर 01:55 PM से 22 नवंबर 04:46 PM

मूल: 22 नवंबर 04:46 PM से 23 नवंबर 07:27 PM

करण:

कौलव: 22 नवंबर 04:00 AM से 22 नवंबर 05:11 PM

तैतिल: 22 नवंबर 05:11 PM से 23 नवंबर 06:20 AM

योग:

सुकर्मा: 21 नवंबर 10:43 AM से 22 नवंबर 11:29 AM

धृति: 22 नवंबर 11:29 AM से 23 नवंबर 12:08 PM

नक्षत्र और तिथि के अनुसार दिन आध्यात्मिक कार्य, पूजा और व्रत के लिए उत्तम है।

 शुभ और अशुभ समय

समय विवरण

05:13 AM – 06:01 AM ब्रह्म मुहूर्त – ध्यान, साधना के लिए उत्तम

06:55 AM – 08:43 AM अमृत काल – शुभ कार्य और पूजा के लिए उत्तम

09:31 AM – 10:52 AM राहु काल – नए कार्य के लिए अनुकूल नहीं

01:33 PM – 02:54 PM यमगण्ड काल – नए काम टालें

06:49 AM – 08:10 AM गुलिक काल – शुभ कार्य के लिए नहीं

08:15 AM – 08:58 AM दुर्मुहूर्त – महत्वपूर्ण कार्य टालें

01:39 PM – 03:26 PM वर्ज्यम् – पूजा/नए कार्य टालें

11:51 AM – 12:34 PM अभिजीत मुहूर्त – शुभ कार्य के लिए अच्छा समय

इस दिन का सबसे शुभ समय: ब्रह्म मुहूर्त, अभिजीत मुहूर्त और अमृत काल

राशि और चंद्र राशि

सूर्य राशि: वृश्चिक

चंद्र राशि: वृश्चिक 04:46 PM तक, उसके बाद धनु में प्रवेश

सूर्य और चंद्र की स्थिति दिनभर आपके मनोबल और ऊर्जा को प्रभावित करेगी।

विशेष महत्व

आज का दिन द्वितीया तिथि के अंत और त्रितीया तिथि की शुरुआत होने के कारण पूजा, ध्यान और पुण्य कार्यों के लिए शुभ है।

ब्रह्म मुहूर्त, अभिजीत मुहूर्त और अमृत काल में किए गए कार्य विशेष फलदायक माने जाते हैं।

राहु, यमगण्डा और गुलिक काल में नए कार्य आरंभ करने से बचें।

धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यों के लिए यह दिन अनुकूल है।

22 नवंबर 2025 का दिन पंचांग और शुभ मुहूर्त के अनुसार पूजा, साधना, ध्यान और नए कार्य शुरू करने के लिए उत्तम है।

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