17 Dec 2025 Panchang: आज का शुभ मुहूर्त, राहुकाल और पूजा का समय

17 December 2025 Panchang in Hindi – जानें 17 दिसंबर 2025 का पंचांग: शुभ मुहूर्त, राहुकाल, तिथि, नक्षत्र और आज के धार्मिक महत्व। पूजा, व्रत और शुभ कार्य के लिए सही समय।

Published On 2025-12-14 16:45 GMT   |   Update On 2025-12-14 16:45 GMT

17 दिसंबर 2025 का पंचांग: शुभ मुहूर्त, राहुकाल, तिथि, नक्षत्र और आज का धार्मिक महत्व

17 दिसंबर 2025, बुधवार का दिन धार्मिक, आध्यात्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

पौष मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि, शुभ नक्षत्रों का संयोग और बुधवार का सौम्य स्वभाव इस दिन को पूजा-पाठ, व्रत, दान, साधना और शुभ कार्यों के लिए अनुकूल बनाता है।

इस दिन प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है, जो भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए श्रेष्ठ माना जाता है। सही समय पर किए गए कर्म जीवन में शांति, सफलता और सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करते हैं।

आइए जानते हैं 17 दिसंबर 2025 के पंचांग की संपूर्ण जानकारी।

दिन, मास और सूर्योदय–सूर्यास्त

दिन: बुधवार

मास: पौष मास (कृष्ण पक्ष)

विक्रम संवत: 2082

ऋतु: हेमंत ऋतु

सूर्योदय: प्रातः 07:05 AM

सूर्यास्त: सायं 05:40 PM

सूर्य राशि: धनु राशि

तिथि, चंद्र राशि और नक्षत्र

तिथि

कृष्ण पक्ष त्रयोदशी

तिथि का प्रारंभ: देर रात लगभग 12:17 AM

यह तिथि शिव पूजा और प्रदोष व्रत के लिए अत्यंत शुभ मानी जाती है।

चंद्र राशि

दिन के आरंभ में: तुला राशि

शाम के बाद: वृश्चिक राशि

नक्षत्र

दिन में: विशाखा नक्षत्र

शाम के बाद: अनुराधा नक्षत्र

यह नक्षत्र संयोजन आत्मविश्वास, संबंधों में मजबूती और निर्णय क्षमता को बढ़ाता है।

योग और करण

योग

सुकर्मा योग :दिन के अधिकांश समय

इसके बाद धृति योग

ये योग शुभ कार्यों में सफलता और स्थिरता प्रदान करते हैं।

करण

पूर्वार्ध: गरजा करण

उत्तरार्ध: वणिज करण

17 दिसंबर 2025 के शुभ मुहूर्त

अमृत काल

07:16 AM – 09:05 AM

पूजा-पाठ, व्रत संकल्प और शुभ कार्यों के लिए उत्तम समय।

अभिजीत मुहूर्त:

आज विशेष अभिजीत मुहूर्त नहीं माना गया है।

अशुभ मुहूर्त

राहुकाल

12:17 PM – 01:35 PM

इस समय नए कार्य, यात्रा और निवेश से बचें।

अन्य अशुभ समय

यमगण्ड काल: 08:24 AM – 09:44 AM

गुलिक काल: 11:03 AM – 12:22 PM

आज का धार्मिक महत्व

बुधवार के दिन भगवान शिव की पूजा विशेष फलदायी मानी जाती है।

आज प्रदोष व्रत होने से शिव कृपा शीघ्र प्राप्त होती है।

शिवलिंग पर बेलपत्र, जल और दूध अर्पित करने से रोग, कष्ट और मानसिक तनाव दूर होते हैं।

गणेश जी और विष्णु भगवान की पूजा भी शुभ फल प्रदान करती है।

17 दिसंबर 2025 के उपाय और सुझाव

सुबह अमृत काल में पूजा और जप करें

शिवलिंग पर बेलपत्र, दही और शहद अर्पित करें

“ॐ नमः शिवाय” मंत्र का 108 बार जप करें

जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र या गुड़ का दान करें

राहुकाल में कोई नया निर्णय न लें

17 दिसंबर 2025 का दिन आध्यात्मिक उन्नति, शिव भक्ति और शुभ कर्मों के लिए अत्यंत अनुकूल है।

त्रयोदशी तिथि, प्रदोष व्रत और शुभ योग इस दिन को पूजा-पाठ, दान और आत्मिक शुद्धि के लिए विशेष बनाते हैं।

सही मुहूर्त में किए गए कार्य जीवन में सफलता, शांति और सकारात्मक परिवर्तन लेकर आते हैं।

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