मकर संक्रांति 2026: 14 जनवरी को स्नान-दान और खिचड़ी पर्व का शुभ मुहूर्त, जीवन में समृद्धि और खुशियाँ

मकर संक्रांति 2026 14 जनवरी, बुधवार को है। जानें स्नान-दान का शुभ मुहूर्त, खिचड़ी पर्व का महत्व और कैसे करें पुण्य लाभ के उपाय।

Published On 2025-11-21 17:22 GMT   |   Update On 2025-11-21 17:22 GMT

मकर संक्रांति 2026: 14 या 15 जनवरी? जानें खिचड़ी पर्व की सही तिथि, स्नान-दान का मुहूर्त और महत्व

कब है मकर संक्रांति 2026?

हर साल की तरह इस बार भी मकर संक्रांति की तिथि को लेकर लोगों के मन में भ्रम है। पंचांग के अनुसार साल 2026 में मकर संक्रांति 14 जनवरी, बुधवार को मनाई जाएगी।

इसी दिन सूर्य दोपहर 3:13 मिनट पर धनु से मकर राशि में प्रवेश करेंगे।

स्नान-दान और पूजा का शुभ मुहूर्त

पुण्य काल (Punya Kaal)

3:13 PM से 5:45 PM तक

कुल अवधि: 2 घंटे 32 मिनट

महापुण्य काल (Mahapunya Kaal)

3:13 PM से 4:58 PM तक

कुल अवधि: 1 घंटा 45 मिनट

राहुकाल (Raahukaal)

दोपहर 12:35 PM से 1:56 PM तक

इस दौरान शुभ कार्यों से बचना चाहिए।

मकर संक्रांति का महत्व

मकर संक्रांति सूर्य के उत्तरायण होने का प्रतीक है। उत्तरायण को हिंदू धर्म में बेहद शुभ माना जाता है। यही वह समय है जब

अंधकार से प्रकाश की ओर बढ़ने की शुरुआत होती है

जीवन में सकारात्मक बदलाव आने की मान्यता है

सफलता और समृद्धि का शुभ समय शुरू होता है

इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से पापों का नाश और कई गुना पुण्य प्राप्त होता है।

खिचड़ी और दान का विशेष महत्व

सालों से मकर संक्रांति को कई जगह खिचड़ी पर्व के रूप में भी मनाया जाता है।इस दिन

तिल-गुड़

चावल, दाल

खिचड़ी

का दान अत्यंत शुभ माना गया है।

कहा जाता है कि इससे न सिर्फ पुण्य मिलता है, बल्कि जीवन में सकारात्मक ऊर्जा भी बढ़ती है।

खरमास समाप्त, मांगलिक कार्य शुरू

सूर्य के धनु राशि में रहने से जो खरमास का समय चलता है, वह मकर संक्रांति पर खत्म हो जाता है।

अर्थात 14 जनवरी 2026 से

शादी-विवाह

गृह प्रवेश

नए कार्यों की शुरुआत

फिर से शुभ मानी जाएगी।


मकर संक्रांति 2026:

तिथि: 14 जनवरी, 2026 (बुधवार)

स्नान-दान मुहूर्त: 3:13 PM से 5:45 PM

विशेष फल: पुण्य प्राप्ति, सकारात्मक बदलाव, धन-संपत्ति में वृद्धि

खिचड़ी और तिल-गुड़ का दान करें और जीवन में सुख-समृद्धि बढ़ाएँ

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