महावीर मंदिर के बारे में जानकारी , तालचेर

महावीर मंदिर, ओडिशा राज्य के अंगुल जिले में स्थित तालचेर कस्बे का एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यह मंदिर भगवान हनुमान जी को समर्पित है, जिन्हें 'महावीर' नाम से भी जाना जाता है।

Published On 2025-08-27 06:49 GMT   |   Update On 2025-08-27 06:49 GMT

महावीर मंदिर, तालचेर

महावीर मंदिर, ओडिशा राज्य के अंगुल जिले में स्थित तालचेर कस्बे का एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यह मंदिर भगवान हनुमान जी को समर्पित है, जिन्हें 'महावीर' नाम से भी जाना जाता है। स्थानीय लोगों की इस मंदिर में अत्यधिक श्रद्धा है और यह मंदिर विशेष रूप से मंगलवार और शनिवार को भक्तों से भरा रहता है।

इतिहास

महावीर मंदिर का इतिहास तालचेर की धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत से जुड़ा हुआ है। माना जाता है कि यह मंदिर कई दशक पहले स्थापित हुआ था और इसके निर्माण में स्थानीय शासकों और श्रद्धालु नागरिकों का योगदान रहा है। हनुमान जी की मूर्ति को अत्यंत शक्तिशाली माना जाता है और कई भक्तों का मानना है कि उनकी मनोकामनाएं यहाँ पूरी होती हैं।

इस मंदिर का विकास समय-समय पर स्थानीय ट्रस्ट द्वारा किया गया है, और वर्तमान में यह एक प्रमुख धार्मिक केंद्र बन चुका है।

दर्शन समय

महावीर मंदिर पूरे सप्ताह खुला रहता है। दर्शन के सामान्य समय निम्नलिखित हैं:

* प्रातः काल – 5:30 AM से 12:30 PM तक

* सांय काल – 4:00 PM से 9:00 PM तक

* विशेष दिन (मंगलवार/शनिवार) – प्रातः 4:30 AM से रात 10:00 PM तक

आरती समय

हनुमान जी की आरती दिन में दो बार होती है :-

प्रातः आरती – 6:00 AM

सांय आरती – 7:00 PM

विशेष अवसरों जैसे हनुमान जयंती, राम नवमी, और संकटमोचन पर्व पर विशेष पूजा-अनुष्ठान एवं भंडारे का आयोजन किया जाता है।

यात्रा मार्ग (कैसे पहुँचें ?)

स्थान : महावीर मंदिर, तालचेर, जिला – अंगुल, ओडिशा

सड़क मार्ग :

भुवनेश्वर से तालचेर की दूरी लगभग 150 किमी है।

रेल मार्ग :

तालचेर रेलवे स्टेशन नजदीकी स्टेशन है जो मंदिर से लगभग 3-4 किमी की दूरी पर स्थित है।

हवाई मार्ग :

भुवनेश्वर बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा निकटतम हवाई अड्डा है।

महावीर मंदिर, तालचेर सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं बल्कि आस्था और भक्ति का प्रतीक है। जो कोई भी यहाँ सच्चे मन से दर्शन करता है, उसकी मनोकामना जरूर पूरी होती है। यदि आप ओडिशा की यात्रा पर हैं तो इस पवित्र स्थल का दर्शन अवश्य करें। यह स्थान आध्यात्मिक शांति और ऊर्जा से परिपूर्ण है।

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